ग़ाज़ीपुरस्वास्थ

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर कार्यशाला का आयोजन

 

गाजीपुर : शारीरिक, मानसिक तथा सामाजिक स्तरों पर स्वस्थ होना ही पूर्ण स्वास्थ्य है. आज पूरी दुनिया मे मनुष्य मानसिक स्वास्थ्य और अन्यान्य मनो रोगों की समस्याओं से जूझ रहा है । मनोविज्ञान वस्तुतः मनुष्य की प्रवृत्तियों का धनात्मक अध्ययन है जो हमारी मानसिक अवस्थाओं तथा उनकी विसंगतियों का गंभीर विश्लेषण करता है ।विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर स्वामी सहजानंद पीजी कॉलेज में आज दिनांक 10 अक्टूबर को आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में आधार वक्तव्य देते हुए पीजी कालेज के मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. वी डी मिश्र (से.नि.) ने उक्त उद्गार व्यक्त किया। उन्होंने अपने वक्तव्य में मनुष्य और पशु समाजों का तुलनात्मक विवरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि मनुष्य समाज आध्यात्मिकता के स्तर पर पशु समाज से भिन्न है जो मनुष्य को मानसिक स्वास्थ्य की आदर्श स्थिति को प्राप्त करने के लिए आधार भूमि तैयार करती है।विशिष्ट वक्ता डॉ. यशवंत कुमार सिंह ने अपने वक्तव्य में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मानसिक स्वास्थ्य को एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में जागरूकता अभियान का केंद्र बनाने की पृष्ठभूमि की विवेचना की. उन्होंने कहा कि 1992 से विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रतिवर्ष 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाता है तथा इस दिन एक विशेष थीम के साथ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. राजकीय महिला महाविद्यालय के मनोविज्ञान विषय के अध्यक्ष प्रो. शिवकुमार ने वर्तमान परिदृश्य में अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों के नेटवर्क में घिरे मनुष्य के लिए अपने मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा को बेहद जरूरी और कठिन कार्य बताया.कार्यक्रम में अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. वी के राय ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य की प्राप्ति में योग तथा खेलों का विशेष महत्व है जो शारीरिक एवं मानसिक ऊर्जा के विशिष्ट साधन हैं ।प्रो. राय ने अपने वक्तव्य आधुनिक जीवन शैली के समांतर ध्यान केंद्रित यौगिक क्रियाओं के अभ्यास पर बल दिया तथा कहा कि यौगिक क्रियाएं मानसिक स्वास्थ्य की सर्वोत्तम औषधि हैं।कार्यक्रम का प्रथम भाग एक कार्यशाला के रूप में था जबकि द्वितीय सत्र का आकर्षण छात्रों द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन था।कार्यक्रम का आरंभ  संजना कुशवाहा के स्वागत गीत से हुआ. डॉ. कंचन सिंह ने स्वागत भाषण तथा तूलिका श्रीवास्तव ने विषय प्रवर्तन प्रस्तुत किया।कार्यक्रम का संयोजन डॉ. कंचन सिंह तथा संचालन डॉ नरनारायण राय ने किया।अंत मे मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. राम नगीना सिंह यादव ने धन्यवाद ज्ञापन किया।कार्यक्रम में प्रो. अजय राय, डॉ. के एन चतुर्वेदी, सुश्री निवेदिता सिंह, श्री रामधारी राम, सन्ने सिंह, डॉ. विशाल सिंह, डॉ. श्याम नारायण राय, नित्यानंद राय, सौम्या वर्मा, डॉ प्रियंका यादव, डॉ. विभा राय, डॉ. प्रमोद श्रीवास्तव, सतीश पांडेय, डॉ राकेश पांडेय, सुरेश प्रजापति, संजय कुमार, अरविंद यादव आदि शिक्षक तथा मनोविज्ञान विभाग के स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।