ग़ाज़ीपुरधर्म

विश्व कल्याण के लिए श्री चित्रगुप्त भगवान का हुआ परंपरागत ढंग से पूजन और हवन

 

गाज़ीपुर। विश्व का कल्याण हो और समाज में समरसता बनी रहे इसके मद्देनजर कार्तिक मास की यम द्वितीय तिथि यानि 27 अक्टूबर को विद्वानों को लेखनी प्रदान करने वाले और प्रत्येक जीव जंतु व प्राणियों का लेखा-जोखा रखने वाले भगवान श्री चित्रगुप्त जी महाराज की जयंती पर सार्वजनिक पूजन समारोह स्थानीय ददरी घाट स्थित प्राचीन श्री चित्रगुप्त मंदिर में किया गया। कायस्थों की अग्रणी संस्था श्री चित्रगुप्त वंशीय सभा, गाज़ीपुर द्वारा ददरी घाट मंदिर पर प्रत्येक वर्षों की भांति इस वर्ष भी वार्षिक पूजन-हवन और उसके उपरांत होने वाले सांस्कृतिक समारोह की तैयारी पिछले एक माह से संस्था द्वारा की जा रही थी, पूजनोत्सव के दिन भगवान के संपूर्ण मंदिर को फूल मालाओं से सजाने के साथ भव्य लाइटिंग की व्यवस्था की गई थी, जिसमें विशिष्ट अतिथियों का आगमन सुबह से ही लगा हुआ था, सांयकाल 5 बजे से वैदिक मंत्रोचार के माध्यम से जनपद के प्रकांड ब्राह्मणों द्वारा भगवान श्री चित्रगुप्त जी महाराज की पूजा प्रारंभ की गई, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने उपस्थित होकर पूजा अर्चना एवं हवन में भाग लिया। इस अवसर पर क्षितिज श्रीवास्तव द्वारा की गई भगवान की भव्य आरती आकर्षण का केंद्र रही। जनपद के होनहार कलाकारों को निश्चित तिथि पर मंच प्रदान करने वाली एक मात्र संस्था श्री चित्रगुप्त वंशीय सभा, गाज़ीपुर द्वारा इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन मुख्य अतिथि अघोरेश्वर कपाली बाबा द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित एवम पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने भगवान श्री चित्रगुप्त को एक जाति विशेष से जोड़ने वालों को समझाते हुए कहा कि इस धरती पर जो भी पुरुष-महिला लेखनी का उपयोग कर उपार्जन करते हैं, वह किसी भी धर्म जाति अथवा क्षेत्र के हो सभी को भगवान श्री चित्रगुप्त की पूजा आराधना करनी चाहिए। उन्होंने श्री चित्रगुप्त वंशीय सभा, गाज़ीपुर के सभी सदस्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस संस्था ने समाज के सभी वर्गों को पूजा का अवसर प्रदान करने हेतु सार्वजनिक पूजन समारोह का आयोजन किया, जो काबिले तारीफ है, समाज के सभी वर्गों को इस पुनीत कार्य में बढ़-चढ़कर सहयोग करना चाहिए। इस अवसर पर मुंबई के म्यूजिक डायरेक्टर देवेश पाठक और अंजली पाठक ने कोयल बिन बगिया ना सोहे राजा एवं गंगा मैया तोहे चुनरी चढ़ाईबो जैसे गीत गाकर काफी तालियां बटोरी, इस अवसर पर डिग्री कॉलेज गाजीपुर की एंजेल एवं अंशिका द्वारा नृत्य, धूम इवेंट ग्रुप, दीपक सोनी एंड आर्ट ग्रुप गोरखपुर की मनमोहक एवं आकर्षक झांकियों तथा स्थानीय छोटे बच्चों द्वारा प्रस्तुत गीत एवं नृत्य को हजारों लोगों ने सराहा। संस्था की ओर से मुख्य अतिथि कपाली बाबा ने समाजसेवी एवं पूर्व प्राचार्य डॉ रामशंकर लाल और गणित विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. के.पी. श्रीवास्तव को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।इस अवसर पर इस अवसर पर नगर पालिका चेयरमैन  सरिता अग्रवाल ,पूर्व विधायक अमिताभ अनिल दुबे, पूर्व चेयरमैन विनोद अग्रवाल ,राजीव सिंह, विजय शंकर पांडे, नीरज श्रीवास्तव , सुरेश श्रीवास्तव, आलोक श्रीवास्तव,शिव शंकर सिन्हा ,प्रमोद सिंहा ,ओम प्रकाश श्रीवास्तव , पप्पू लाल श्रीवास्तव , अनिल उपाध्याय, विभोर श्रीवास्तव, संदीप श्रीवास्तव, अरुण श्रीवास्तव, कुसुम तिवारी, राजकुमार सिंह , अशोक श्रीवास्तव ,ओमप्रकाश सिंह,रवि श्रीवास्तव , , कमलेश श्रीवास्तव सभासद, सुनील श्रीवास्तव, मुनेंद्र श्रीवास्तव, अरविंद झुन्ना , विवेक शम्मी , सुनील दत्त श्रीवास्तव,अनुराग श्रीवास्तव , देश दीपक श्रीवास्तव, भूपेंद्र भोला,अशोक श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, रंज्जन श्रीवास्तव, पंकज दुबे, गोपाल श्रीवास्तव, विजय गिरी बबलू श्रीवास्तव मिलीद्रं सिंह, सतीश उपाध्याय, विनय श्रीवास्तव, संदीप वर्मा,श्रीराम यादव ,रंझा निषाद, के साथ हजारों की संख्या में लोग कार्यक्रम में उपस्थित रहे। समारोह के अंत में मंत्री अजय कुमार श्रीवास्तव ने उपस्थित जनों के साथ, नगरपालिका परिषद, पुलिस व प्रशासन के भरपूर सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव ने किया