गाज़ीपुर | जनपद में मंगलवार को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया गया| मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देशन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदाबाद व रेवतीपुर सहित सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर डेंगू के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से संगोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में डेंगू के अलावा मलेरिया, फाइलेरिया, कालाजार व अन्य मच्छर जनित रोगों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।जिला मलेरिया अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर डेंगू को लेकर जागरूकता संदेश ‘हर रविवार मच्छर पर वार, लार्वा पर प्रहार’ दिया गया। डेंगू बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए और इसके बारे में लोगों को जानकारी देने के लिए हर साल 16 मई का दिन राष्ट्रीय डेंगू दिवस के रूप में मनाया जाता है|सीएचसी मोहम्मदाबाद पर आयोजित कार्यक्रम में जिला मलेरिया अधिकारी व सहायक मलेरिया अधिकारी राम सिंह ने डेंगू सहित अन्य मच्छर जनित रोगों से बचाव, उपचार आदि के बारे में जानकारी दी। इस दौरान अधीक्षक डॉ आशीष राय, बायोलोजिस्ट डॉ अशोक प्रकाश, मलेरिया निरीक्षक सुनील कुमार, पाथ से अरुण कुमार सहित अन्य चिकित्सा अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे। सीएचसी रेवतीपुर पर जिला मलेरिया अधिकारी ने मच्छर जनित रोगों के लक्षण, कारण, जांच, बचाव, उपचार आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान सीएचसी अधीक्षक डॉ अनिल कुमार सहित अन्य चिकित्सा अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि डेंगू एक वेक्टर जनित बीमारी है| तापमान में वृद्धि के कारण मच्छरों के प्रजनन के लिए ये मौसम अनुकूल होता है और इसके संचरण के कारण डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों में वृद्धि होती है| यह ऐडीज नामक मच्छर के काटने से फैलता है| यह मच्छर घरों के अंदर व आसपास रुके हुए पानी, साफ पानी में पनपता है जैसे कूलर के टंकी के पानी में, पक्षियों के पीने के बर्तन में, फ्रिज की ट्रे, फूलदान, नारियल का खोल, टूटे बर्तन, खाली कंटेनर, गमले व टायर आदि| इन सभी को सप्ताह में एक बार खाली व साफ करते रहना चाहिए। घर के अंदर या बाहर कहीं भी साफ पानी एकत्र न होने दें| साथ ही सोते समय मच्छरदानी का नियमित प्रयोग करें। पूरी बांह वाली कमीज और पैंट पहनें|डेंगू के सामान्य लक्षण – तेज सिरदर्द व बुखार का होना, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द, आंखो के पीछे दर्द होना जो कि आंखो को घुमाने से बढ़ता है, जी मिचलाना एवं उल्टी होना, गंभीर मामलो मे नाक, मुंह, मसूड़ों से खून आना व त्वचा पर चकत्ते उभरना आदि।डॉक्टर से जरूर लें सलाह – बुखार होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं और चिकित्सकों की सलाह के अनुसार ही अपना उपचार करें| सामान्य पानी की पट्टी सिर, हाथ-पांव एवं पेट पर रखें | बुखार के समय पानी एवं अन्य तरल पदार्थों जैसे नारियल पानी, ताजे व खट्टे फलों का रस इत्यादि का अधिक सेवन करें|