ग़ाज़ीपुरस्वास्थ

टीबी का इलाज संभव, पूरी अवधि में एक भी दिन न छूटे दवा : सीएमओ

गाज़ीपुर l राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम और टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत गुरुवार को जनपद के समस्त हेल्थ वेलनेस सेंटर, प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित जिला चिकित्सालय में निक्षय दिवस उत्सव के रूप में मनाया गया । दिवस में बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में आने वाले व्यक्तियों की टीबी स्क्रीनिंग की गई और संभावित लक्षण वाले व्यक्तियों का बलगम एकत्रित कर जांच के लिए भेजा गया ।मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ हरगोविंद सिंह ने बताया कि देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के उद्देश्य से हर 15 तारीख को निक्षय दिवस मनाने का निर्णय लिया है । इस दिवस का उद्देश्य अधिक से अधिक टीबी मरीजों का चिन्हित कर उन्हें उपचार पर रखना, प्राइवेट नोटिफिकेशन में तेजी लाना, पोषण सामग्री व आर्थिक सहयोग से उन्हें जल्द से जल्द स्वस्थ करना है । सीएमओ ने कहा कि टीबी का इलाज पूरी तरह से संभव है । टीबी की दवा पूरी अवधि तक लेना है और एक भी दिन दवा छूटनी नहीं चाहिए । सभी स्वास्थ्य केन्द्रों और चिकित्सालयों में टीबी जांच की सुविधा मौजूद है ।इस दिवस पर जिला क्षय रोग अधिकारी व एसीएमओ डॉ मनोज कुमार ने देवकली, करंडा, हाथी खाना हेल्थ वेलनेस सेंटर का भ्रमण किया । एसीएमओ डॉ एसडी वर्मा ने भी स्वास्थ्य केन्द्रों का भ्रमण किया । जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) डॉ मिथलेश कुमार ने जिला अस्पताल, रजदेयपुर, बिरनों स्वास्थ्य केंद्र का भ्रमण किया । वहीं जिला पब्लिक प्राइवेट मिक्स समन्वयक (डीपीपीएमसी) अनुराग कुमार पाण्डेय ने जंगीपुर, रेवतीपुर, हाथीखाना और डाटा एंट्री ओपेरेटर संजय यादव ने जिला महिला चिकित्सालय का भ्रमण किया । इस दौरान सभी अधिकारियों ने क्षय रोगियों के उपचार व भावनात्मक सहयोग के बारे में जानकारी ली । साथ ही वहाँ कार्यरत चीफ फार्मासिस्ट, टीबी सुपरवाइज़र व अन्य स्टाफ को अधिक से अधिक मरीजों को नोटिफ़ाई करने और निक्षय पोर्टल पर आईडी बनाकर पंजीकृत करने के लिए निर्देशित किया । उन्होने बताया कि जनपद के 162 हेल्थ वेलनेस सेंटर पर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) तैनात हैं जिनके माध्यम से क्षय रोगियों को चिन्हित कर सम्पूर्ण उपचार, प्रोटीनयुक्त पौष्टिक आहार और आवश्यक परामर्श भी दिया गया ।डीपीसी डॉ मिथलेश कुमार ने बताया कि निक्षय दिवस पर जनपद के 162 हेल्थ वेलनेस सेंटर, समस्त शहरी पीएचसी, ब्लॉक स्तरीय पीएचसी-सीएचसी व अन्य राजकीय चिकित्सालयों पर 3790 मरीजों की ओपीडी हुई जिसमें से 10 प्रतिशत से अधिक 428 संभावित व्यक्तियों का बलगम सैंपल लिया गया । सभी सैंपल को एकत्रित कर जांच के लिए भेजा गया । पॉज़िटिव व्यक्तियों का तत्काल प्रभाव से उपचार किया जाएगा । निक्षय पोर्टल पर पंजीकृत करते हुये उन्हें हर माह 500 रुपये की पोषण के लिए आर्थिक सहायता डीबीटी के जरिये दी जाएगी ।
जनपद में प्राइवेट क्षेत्र में नोटिफिकेशन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरा ज़ोर दिया जा रहा है । इसी कड़ी में प्राइवेट क्षेत्र में जनवरी 2022 से अब तक 700 क्षय रोगियों के लक्ष्य के सापेक्ष 448 क्षय रोगियों को नोटिफ़ाई किया जा चुका है । सरकारी क्षेत्र में 4300 लक्ष्य के सापेक्ष 3188 क्षय रोगियों को नोटिफ़ाई किया जा चुका है ।
लक्षण –
– दो सप्ताह से लगातार खांसी
– खांसी के साथ बलगम और खून आना
– बुखार
– वजन में लगातार कमी
– भूख न लगना
– रात में पसीना
– सांस लेने में सीने में दर्द
– बेचैनी और सुस्ती महसूस होना
बचाव –
– मास्क का इस्तेमाल करें
– खांसने व छींकने के बाद हाथ धोएँ
– बच्चों को बीसीजी का टीका लगवाएँ
– टीबी की शिक्षा जरूर लें

– दवा समय से व पूरी अवधि तक लें