हथकरघा से आत्मनिर्भरता की ओर: छात्राओं ने किया हैंडलूम हाउस का शैक्षिक अवलोकन

गाजीपुर । राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाजीपुर के गृह विज्ञान की छात्राओं ने गाजीपुर महुआबाग में स्थित हैंडलूम हाउस का शैक्षणिक भ्रमण किया । इस भ्रमण का उद्देश्य छात्राओं में हैंडलूम उत्पादों की जानकारी , विभिन्न राज्यों के प्रसिद्ध हथकरघा उत्पाद की कलात्मक – रचनात्मक विशेषताओं की गहन समझ उत्पन्न करना और हथकरघा बुनाई समुदाय का सम्मान करना था । प्राचार्य प्रोफेसर अनीता कुमारी ने स्वदेशी उत्पादों की महत्ता बताते हुए इस प्रयास की प्रशंसा की तथा इस अनुभवात्मक शिक्षण अधिगम को छात्राओं हेतु हितकर बताया।हथकरघा क्षेत्र हमारे देश की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है और देश के ग्रामीण तथा अर्ध ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जो महिला सशक्तिकरण को प्रत्यक्ष रूप से संबोधित करता है क्योंकि सभी बुनकरों और संबंधित श्रमिकों में 70% से अधिक महिलाएं हैं । 7 अगस्त 1905 को शुरू हुए स्वदेशी आंदोलन ने स्वदेशी उद्योगो और विशेष रूप से हथकरघा बुनकरों को प्रोत्साहित किया था।2015 में भारत सरकार ने हर साल 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस (National Handloom day)के रूप में मनाने का निर्णय लिया।पहले राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का उद्घाटन 7 अगस्त 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेन्नई में किया था। राष्ट्रीय हथकरघा दिवस 2025 का विषय : “हथकरघा – महिलाओं का सशक्तिकरण ,राष्ट्र का सशक्तिकरण” है । इस वर्ष का विषय भारत के हथकरघा उद्योग में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर केंद्रित है। यह इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे महिला बुनकर पारंपरिक शिल्प को संरक्षित करने अपने परिवारों का भरण पोषण करने और स्थानीय व्यवसायों को बढ़ाने में मदद करती है। 7 अगस्त को मनाया जाने वाला यह दिवस वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत जैसी पहलों के साथ काम करता है। प्रदर्शनियों, जागरूकता अभियानों और कारीगर पुरस्कारों के माध्यम से यह दिवस खादी ,चंदेरी बनारसी, पोचमपल्ली ,पाटन, पटोला , पैठणी , बालूचरी, तसर ,बांधनी, गढ़चोला, इक्कत , जामदानी ,कांजीवरम, कलमकारी जैसे तमाम उत्पादों के महत्व को उजागर करता है जो बुनकर अपनी उंगलियों के माध्यम से एक सपना के रूप में बुनता है।गाजीपुर के हैंडलूम शॉप के मैनेजर विनोद मिश्रा ने बहुत ही सहयोगात्मक तरीके से छात्राओं से संवाद करके उन्हें दुकान में उपलब्ध अनेकों उत्पादों को दिखाया तथा सबकी खासियत भी बताई।
छात्राओं में इन उत्पादों का बोध और सम्मान के उद्देश्य से यह जागरूकता शैक्षिक भ्रमण गृह विज्ञान की प्रभारी नेहा कुमारी के नेतृत्व में किया गया जिनमें मुस्कान कुमारी , सिम्मू राय ,वंदना यादव , सोमांइला,अक्षिता ,नबीहा ,ट्विंकल, श्वेता सम्मिलित रही। इस छात्राओं ने इन उत्पादों का प्रचार प्रसार करने हेतु रिल्स और जागरूकता संबंधी वीडियो बना कर अपने शैक्षिक समूहों , परिवार और समुदाय में उसका प्रदर्शन भी किया।