भांवरकोल (गाजीपुर ) क्षेत्र में दीपावली का त्योहार हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया गया। लोगों ने घरों और प्रतिष्ठानों को दीपों और झालरों से सजाया। लक्ष्मी पूजन के बाद पटाखे फोड़े। गली-मोहल्ले और रिश्तेदारों के यहां मिठाई बांटकर दीपावली की शुभकामनाएं दीं। फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर पर भी दिवाली के शुभकामना संदेश की खूब आवाजाही रही।सोमवार को दीपावली पर्व पर सुबह से ही लोग खरीदारी के साथ पूजा की तैयारी में लगे रहे। शाम को घरों में भगवान गणेश व मां लक्ष्मी की पूजा की गई। मान्यता है कि भगवान श्रीराम 14 वर्ष का वनवास काटने के बाद अयोध्या लौटे तो लोगों ने खुशी में दीये जलाए। इसके अलावा दिवाली मनाने को लेकर और भी मान्यताएं हैं। कहा जाता है कि कृष्ण ने कार्तिक अमावस्या के दिन नरकासुर का वध किया था।लक्ष्मी जी इसी दिन समुद्र से प्रकट हुई थीं। क्षेत्र के छोटे-बड़े व्यापारियों ने भी अपने प्रतिष्ठानों पर लक्ष्मी का पूजन किया। ग्रामीण क्षेत्रों में भी पर्व की धूम रही। इस बार अधिकांश लोगों ने घरों में मिट्टी के दीये और मोमबत्ती जलाकर अंधेरे को मिटाया। चाइनीज झालर और बल्ब की भी सजावट खूब हुई। पूजन के बाद लोगों ने गली-मोहल्लों में उपहार देकर लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दी।उसके बाद बच्चे युवा और बड़ों ने जमकर आतिशबाजी की। चकरी, लड़ी, अनार, सुतली बम, मुर्गा झाप, पेंसिल, रॉकेट आदि फोड़े। बच्चे और युवाओं ने रंग-बिरंगी पोशाक पहनकर त्योहार को मनाते नजर आए। कुछ लोगों ने घरों के छत ऊपर में आनंद लिया। लोगों ने देर रात तक आतिशबाजी का आनंद लिया। मंदिरों में पूजा अर्चना करने के लिए तांता लगा रहा। खरीदारी के लिए बाजारों में भारी भीड़ रही। थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार राय दल बल के साथ क्षेत्र में घूमते नजर आए