गाजीपुर।राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर में 18- 19 सितंबर को गृह विज्ञान विभाग एवं बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग गाजीपुर के संयुक्त तत्वाधान में पोषण महोत्सव का आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर डॉ अनिता कुमारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री दिलीप कुमार पांडे के अध्यक्षता में किया गया। प्राचार्य प्रो अनिता कुमारी ने कहा कि -‘वर्तमान की किशोरिया ही भविष्य की माताएं हैं। श्रीअन्न के सेवन से वह एनीमिया, कैल्शियम की कमी से बची रहेगी जिससे कि स्वस्थ शिशु के जन्म द्वारा स्वस्थ समाज व स्वस्थ देश का निर्माण होगा।’श्री दिलीप कुमार पांडे ने छात्राओं के प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि -‘जन जागरूकता का यह कार्यक्रम काफी प्रशंसनीय तथा सराहनीय है ।’कार्यक्रम की संयोजिका गृह विज्ञान की विभाग अध्यक्ष डॉ नेहा कुमारी ने कहा कि- ‘इस पोषण महोत्सव का उद्देश्य जन जागरूकता फैलाना है, क्योंकि जनमानस में साधारणतया बाजरे , ज्वार की रोटी ,लिट्टी , भात , खिचड़ी ,लड्डू ही प्रचलन में है। वह भी केवल शीत ऋतु में ही । परंतु इस तरह से श्री अन्न को नए-नए तरीके से अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं तथा प्रचलित रूप में आकर्षक ढंग से बनाकर खा सकते हैं।’ बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से इस महोत्सव और जनजागरूकता कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना अधिकारी श्रीमती शायरा परवीन जी ने सभी को संतुलित पोषण की शपथ दिलाया तथा उनके साथ आंगनबाड़ी बहनों की गरिमामयी उपस्थित रही। इन कार्यत्रियों ने संतुलित आहार की रंगोली तथा मिलेट्स स्नेक्स का प्रदर्शन महाविद्यालय में किया।दो दिवसीय इस महोत्सव में प्रथम दिवस निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कुल 54 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया । निबंध का विषय ‘युवतियों की उत्तम स्वास्थ्य में संतुलित भोजन की आवश्यकता’ था, जिसमें निर्णायक की भूमिका में रेंजर प्रभारी डॉ शिव कुमार रहे । प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरस्कार क्रमशः अंकित जायसवाल (एम ए प्रथम वर्ष ),मानसी अग्रवाल (बीए द्वितीय वर्ष), संध्या राजभर (एमए तृतीय वर्ष) तथा प्रशंसा सिंह (बीएससी प्रथम वर्ष) ने प्राप्त किया। महोत्सव के दूसरे दिन संपन्न हुई हेल्दी मिलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता में महाविद्यालय की कुल 62 छात्राओं ने अपने अपनी व्यंजनों के साथ प्रतिभाग किया जिसमें निर्णायक की भूमिका मे डॉ शंभू शरण प्रसाद, डॉ विकास सिंह एवं डॉ शिव कुमार रहे । कड़ी प्रतिस्पर्धा को देखते हुए गहन निरीक्षण करके रेसिपी के स्वाद और प्रस्तुतीकरण पर निर्णय करते हुए प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरस्कार क्रमशः निशु (बीए द्वितीय वर्ष),अनामिका मिश्रा(एमए प्रथम ),चांदनी चौरसिया( बीएससी द्वितीय), सुप्रिया शर्मा(बीए तृतीय वर्ष) ने प्राप्त किया।छात्राओं ने मोटे अनाज में विशेष रूप से आकर्षक स्वादिष्ट व्यंजन जिसमें बाजरे की पकौड़ी, बाजरे का हलवा,ज्वार की खीर ,बाजरे की बर्फी कोदो वडा पाव, ज्वार का उपमा ,ज्वार का समोसा, कोदो की खीर, सावा की खीर ,कुट्टू का हलवा ,ज्वार का केक, रागी का गुलाब जामुन, बाजरे का लड्डू, ज्वार का लड्डू ,ज्वार की लिट्टी, बाजरे की लिट्टी, कुट्टू का हलवा , कुट्टू की पकौड़ी,बाजरे और ज्वार का स्प्राउट्स, बाजरे का ठेकुआ ,बाजरे की खिचड़ी ,रागी की लिट्टी, बाजरे की भौरी चोखा, ज्वार का खस्ता, ठेकुआ, रागी का केक, इडली, रागी मीठी गठिया, रागी की चकली, ज्वार का डोसा प्रमुख रूप से बनाया।इसमें जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री दिलीप कुमार पांडे, जिला समाज कल्याण अधिकारी श्री राम नगीना यादव ,जिला विकलांग कल्याण अधिकारी श्री पारसनाथ, जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री अजय सोनी तथा बाल विकास परियोजना अधिकारी, नगर श्रीमती शायरा परवीन की गरिमामयी उपस्थिति रहीं। कार्यक्रम में गृह विज्ञान प्राध्यापिका डॉ शिखा सिंह का विशेष सहयोग रहा तथा महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक गण और कर्मचारी बंधुओ ने उपस्थित होकर छात्राओं का उत्साह वर्धन किया। कार्यक्रम का शानदार संचालक हिंदी विभाग के डॉ निरंजन कुमार यादव ने किया ।