गाजीपुर। साहित्य चेतना समाज की शोक सभा नगर के वंशीबाजार स्थित स्वामी विवेकानन्द काॅलोनी में संस्था के कैम्प कार्यालय पर हुई।सभा में वर्ष 2018 में संस्था द्वारा ‘गाजीपुर गौरव सम्मान’ से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार रामबचन शास्त्री ‘अँजोर’ के निधन पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।वक्ताओं ने कहा कि जनपद के नवली गाँव में 6 सितम्बर सन् 1932 में जन्में अँजोर जी के निधन से हिन्दी एवं भोजपुरी साहित्य जगत की अपूरणीय क्षति हुई है।उनकी हिन्दी व भोजपुरी की लगभग दो दर्जन पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं जिनमें बदरिया,किरणमई,मीत-मिलन,निरधन के धन श्याम,श्रीकृष्ण लीलामृतम्,पाहुर,पांचाली,तारा के तेवर प्रमुख हैं।पेशे से अध्यापक रहे अँजोर जी की अगिनदूत (काव्य खण्ड)भोजपुरी विश्वविद्यालय आरा,बिहार एवं निरधन के धन श्याम (खण्ड काव्य) मुजफ्फरपुर विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल है। बैठक में प्रमुख रूप से डाॅ.रविनन्दन वर्मा,हीरा राम गुप्ता,शशिकांत राय,राजीव मिश्र,अमरनाथ तिवारी अमर,आनन्द प्रकाश अग्रवाल,प्रभाकर त्रिपाठी,संजीव गुप्त आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।अध्यक्षता संस्थापक अमरनाथ तिवारी अमर एवं संचालन संगठन सचिव प्रभाकर त्रिपाठी ने किया।