गाजीपुर।साहित्य चेतना समाज की शोक सभा संस्था के अध्यक्ष डाॅ.रविनन्दन वर्मा के पीरनगर स्थित आवास पर हुई।सभा में नवगीत के पर्याय ख्यातिलब्ध नवगीतकार माहेश्वर तिवारी के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया गया।वक्ताओं ने कहा कि बस्ती जनपद के मलौली ग्राम में जन्में,वर्तमान में मुरादाबाद में रहने वाले हिन्दी नवगीत के प्रतीक पुरुष के निधन से नवगीत विधा की अपूरणीय क्षति हुई है।’हरसिंगार कोई तो हो,नदी का अकेलापन,फूल आया है कनेरों में’ इनके प्रमुख नवगीत-संग्रह हैं।इनका स्वर अत्यंत कर्णप्रिय था।अनूठे बिम्बों एवं सांस्कृतिक प्रतीकों के माध्यम से लिखे गये इनके नवगीत हृदय में उतर जाने वाले हैं।शोक सभा में प्रमुख रूप से हीरा राम गुप्ता,डाॅ.अक्षय पाण्डेय,कामेश्वर द्विवेदी,राजीव मिश्र,प्रभाकर त्रिपाठी,संजीव गुप्त,अमरनाथ तिवारी अमर,शशिकांत राय,आनन्द प्रकाश अग्रवाल आदि उपस्थित थे।अध्यक्षता संस्था के संस्थापक अमरनाथ तिवारी अमर एवं संचालन संगठन सचिव प्रभाकर त्रिपाठी ने किया।