गाज़ीपुर । एक से 19 वर्ष तक के बच्चों, किशोर किशोरियों के पेट के कृमि (कीड़े) निकालने के लिए बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पुलिस लाइन के पास जवाहर नवोदय विद्यालय में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ देश दीपक पाल ने बच्चों को एल्बेण्डाजोल की गोली खिलाकर अभियान का शुभारंभ किया। बच्चों ने उत्साहपूर्वक गोली को चबाकर सेवन किया। इस मौके पर कार्यक्रम के सीएमओ और प्रधानाचार्य ने बच्चों को गोली का सेवन कराकर उनका उत्साहवर्धन किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बच्चों को स्वस्थ आदतें जैसे नाखून साफ और छोटे रखने, खाने से पहले और शौचालय के उपयोग करने बाद साबुन से हाथ धोने, हमेशा साफ पानी पीने, खुले में शौच न करने, हमेशा शौचालय का उपयोग करने, घर में खाना ढककर रखने, जूते पहनने, फल सब्जी आदि को साफ पानी से धोने, अपने आसपास साफ-सफाई रखने के बारे में बताया। सीएमओ ने अभिभावकों से अपील की कि इस अभियान में अपने एक से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को कृमि (पेट में कीड़ों) से बचाव के लिए एल्बेण्डाजोल की गोली अवश्य खिलाएं। इसके सेवन न करने से बच्चों की सेहत पर दुष्प्रभाव पड़ता है। ऐसी स्थिति में खून की कमी (एनीमिया), कुपोषण, थकावट व बीमारी एवं कमजोरी का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को दवा की खुराक न ले पाने वाले बच्चों के लिए पाँच फरवरी (सोमवार) को मॉप अप दिवस पर गोली खिलाई जाएगी।अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एनएचएम) डॉ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि जनपद के 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को सभी सरकारी व निजी स्कूलों में एल्बेण्डाजोल की गोली खिलाई जा रही है। किसी कारण वश छूटे हुये शेष बच्चों को मॉप अप दिवस पर दवा खिलाई जाएगी। स्कूलों, मदरसों, बाल सुधार गृह, किशोर सम्प्रेक्षा गृह व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सभी छात्र-छात्राओं एवं बच्चों को एल्बेण्डाजोल की गोली उम्र के हिसाब से खिलाई जाएगी। इन केंद्रों पर जो बच्चे पंजीकृत नही हैं उन्हे आशा उनके घरों पर जाकर दवा खिलाई जाएगी। इसमें एक से दो वर्ष के बच्चों को आधी गोली को चूरकर साफ पानी में मिलाकर चम्मच से खिलाना है। दो से तीन वर्ष तक के बच्चों को एक पूरी गोली चूरकर पानी के साथ देना है। तीन से 19 वर्ष तक के बच्चों को पूरी एक गोली चबाकर पानी के साथ खिलानी है। इसके बाद ही पानी का सेवन करना है।
इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एनएचएम) डॉ मनोज कुमार सिंह, डॉ जे०एन०सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (वीबीडी) डॉ संजय सिंह, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एसके सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी मनोज कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक प्रभुनाथ, न्यूट्रीशन इंटरनेशनल इंडिया की मंडलीय सलाहकार श्रीमती सुनीता सिंह और विद्यालय परिवार के शिक्षक तथा स्टाफ नर्स सुशीला आदि उपस्थित रहे।
दवा खाने का तरीका-
• एक से दो साल के बच्चों को आधी गोली अच्छी तरह से पीस कर पानी में मिलाकर खिलाएं।
• दो से तीन साल के बच्चों को एक पूरी गोली पीस कर पानी के साथ खिलाएं।
• तीन से 19 साल के बालक-बालिकाओं को एक पूरी गोली चबाकर खानी होगी।
कृमि मुक्ति के फायदे-
• स्वास्थ्य और पोषण में सुधार
• रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
• एनीमिया नियंत्रण
• सीखने की क्षमता में सुधार