भांवरकोल (गाजीपुर) सब्जी उत्पादक क्षेत्र में अग्रणी क्षेत्र में टमाटर का भाव गिर जाने से टमाटर उत्पादक किसानों को लागत मूल्य भी निकालना भारी पड़ रहा है। जिससे किसानों में काफी निराशा है। हालत यह है कि स्थानीय सब्जी मंडी में टमाटर का भाव 400 से 500 रूपये प्रति कुंटल है।ऐसे में तोडा़ई तथा अन्य खर्च जोड़ दिया जाए तो किसानों को लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है। ज्ञात हो कि नेशनल हाईवे के दक्षिण बांढ इलाके में बडे़ पैमाने पर टमाटर की खेती की गई थी। लेकिन बाढ़ आने के कारण पुरी फसल बाढ़ में नष्ट हो गई। बाढ़ का पानी उतरने के बाद क्षेत्र के किसानों ने किसी तरह से काफी महंगा बीज खरीदकर टमाटर की नर्सरी तैयार किया। रोपाई के बाद किसानों को उम्मीद थी कि देर ही सही टमाटर तैयार होने पर किसानों को क्षेत्र में काफी कम रकबे में फसल बोने का लाभ मिलेगा। शुरूआती दौर में टमाटर एक हजार से बारह सौ प्रति कुंटल का भाव मिला। लेकिन फसल पुरी तरह तैयार होने पर अचानक भाव गिर जाने से किसानों की मंशा पर पानी फिर गया। हालत यह है कि टमाटर पांच रूपये किलो का कोई खरीदार नहीं मिल रहा है। जिससे किसानों में हताशा है। क्षेत्र के प्रगतिशील किसान देवेंद्र प्रताप सिंह, शेख अब्दुल्लाह, बिनोद कुशवाहा, झब्बल राय, लागा राय आदि किसानों ने बताया कि पिछले बर्ष की तुलना में इस बार एक चौथाई क्षेत्र में ही टमाटर की खेती की गई थी। किसानों को उम्मीद थी कि क्षेत्रफल कम होने से इस बार बाजार भाव अच्छा मिलेगा। लेकिन अचानक भाव गिर जाने से किसानों को अब लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है। हताशा किसान किंकर्तव्यविमूढ़ है। हालत यह है कि शासन स्तर से किसानों का उत्पाद खरीदने की कोई ब्यवस्था नहीं है।ऐसे में अगले बर्ष से टमाटर उत्पादक किसान इस खेती से मुंह मोड़ लेंंगे। जिसके चलते किसानों को काफी आर्थिक नुकसान से रूबरू होना पड़ रहा है।