ग़ाज़ीपुर ।उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम के द्वारा 1 दिन पूर्व गाजीपुर भ्रमण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदाबाद का निरीक्षण किया गया और निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री अधिकारियों के साथ बैठक कर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने एवं डेंगू से प्रभावित मरीजों के समुचित उपचार व व्यवस्थाओं के विशेष ध्यान देने के लिए निर्देश दिया था। जिस के क्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरगोविंद सिंह ने बुधवार को जनपद के समस्त चिकित्सा अधीक्षक एवं प्रभारी अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को स्वास्थ्य मंत्री उत्तर प्रदेश के निर्देश के क्रम में निर्देश जारी किया है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरगोविंद सिंह ने बताया कि मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहमदाबाद का निरीक्षण किया गया था। जिसके बाद उन्होंने कई तरह के निर्देश दिए गए हैं। उसी के क्रम में उन्होंने सभी चिकित्सालय में साफ-सफाई प्रतिदिन कराने के निर्देश के साथ ही सभी चिकित्सकों पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य कार्मिकों की उपस्थिति नियमित रूप से सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। साथ ही सभी उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रतिदिन पांच सामुदायिक प्राथमिक एवं नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ,हेल्थ वैलनेस सेंटर ,उप केंद्र का निरीक्षण कर फोटो विभागीय ग्रुप में प्रेषित करने का भी निर्देश दिया है।उन्होंने बताया कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर नियमित समय से ओपीडी सेवा शुरू करने ,आने वाले मरीजों को दवा एवं जांच हेतु परामर्श देने, निशुल्क उपलब्धता सुनिश्चित करें । यदि किसी मरीज के परिजन के द्वारा यदि बाहर की जांच एवं दवा के संबंध में शिकायत की जाएगी तो संबंधित चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ के विरुद्ध कठोर प्रशासनिक कार्यवाह की जाएगी।इसके अलावा समस्त चिकित्सालय पर एडीएल के सापेक्ष दवा की उपलब्धता रहे यदि दवा उपलब्ध ना हो तो मांग पत्र तैयार कर केंद्रीय औषधि भंडार से दवा प्राप्त करें तथा एंटी रेबीज एवं एंटी स्नेक वेनम की उपलब्धता भी सुनिश्चित करें। सभी इकाइयों पर शुगर एवं बीपी की दवा उपलब्ध रहे।डेंगू की जांच अनिवार्य रूप से कराई जाए। डेंगू के मरीज पाए जाने पर नियमानुसार निरोधात्मक कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा जनपद में चलने वाले चार मोबाइल मेडिकल वैन को डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में ही लगाकर दवा वितरण कराया जाए।उन्होंने बताया कि निर्देश का पालन सभी चिकित्सा अधिकारी सुनिश्चित करें।इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।