गाजीपुर : 102 और 108 एंबुलेंस जब अपनी सेवा 2012 में शुरू की थी तब विभाग और सरकार को भी यह उम्मीद नहीं थी की एंबुलेंस सेवा लोगों के लिए जीवनदायिनी बन जाएगी। लेकिन लगातार गाजीपुर के ग्रामीण इलाकों में एंबुलेंस सेवा लेबर रूम बन कर प्रसव पीड़िता को नया जीवन देने के साथ ही जच्चा बच्चा के लिए मुफीद साबित होता दिख रहा है। ऐसा ही एक मामला मनिहारी ब्लॉक के दिलावल पट्टी से आया। गर्भवती को लेकर एंबुलेंस स्वास्थ्य केंद्र के लिए चला लेकिन की रास्ते में ही प्रसव पीड़ा बढ़ने के कारण एंबुलेंस में प्रसव कराया गया। जहां गर्भवती ने कन्या को जन्म दिया।108 एंबुलेंस के ब्लॉक प्रभारी आशुतोष मिश्रा ने बताया कि 5 नवंबर को मनिहारी ब्लॉक के दिलावल पट्टी से फोन कॉल आया। बताया गया की प्रसव पीड़िता को एंबुलेंस की जरूरत है। जिसके बाद बताएंगे लोकेशन पर पायलट अशोक और ईएमटी राजविजय के द्वारा एंबुलेंस लेकर पहुंचा गया। वहां से गर्भवती प्रेमा देवी पत्नी राजन राजभर को लेकर एंबुलेंस स्वास्थ्य केंद्र के लिए चली । लेकिन रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ जाने के कारण आशा कार्यकर्ता मनीषा देवी और ईएमटी राज विजय के साथ ही परिवार की महिलाओं के सहयोग से एंबुलेंस के अंदर ही प्रसव कराया गया। उसके पश्चात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनिहारी पर जच्चा बच्चा को एडमिट कराया गया। जहां पर स्टाफ नर्स माधुरी देवी ने जच्चा और बच्चा को देखा और दोनों को सुरक्षित बताया।