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गाजीपुर । देश से वर्ष 2030 तक फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर जिले में हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में आज मंगलवार को फाइलेरिया (हाथी पांव) ग्रस्त रोगियों को मंगलवार को रुग्णता प्रबंधन एवं दिव्यांगता रोकथाम (एमएमडीपी) किट बांटी गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुभाकरपुर में छह रोगियों को रुग्णता प्रबंधन, एमएमडीपी किट और आवश्यक दवाएं मुहैया करायी गईं। साथ ही मरीजों को फाइलेरिया ग्रस्त अंगों की सफाई करने का तरीका बताया गया।इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ मनीष कुमार, डॉ मुंशी लाल व जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) मनोज कुमार की देखरेख में फाइलेरिया रोगियों को एमएमडीपी किट बांटी गई । साथ ही प्रभावित अंगों की देखभाल के लिये रुग्णता प्रबंधन के लिये प्रशिक्षण दिया गया। चिकित्सकों ने बताया कि फाइलेरिया ग्रसित अंगों मुख्यतः पैर या फिर प्रभावित अंगों से पानी रिसता है। इस स्थिति में उनके प्रभावित अंगों की सफाई बेहद आवश्यक है। इसकी नियमित साफ-सफाई रखने से संक्रमण का डर नहीं रहता है और सूजन में भी कमी आती है। इसके प्रति लापरवाही बरतने से अंग खराब होने लगते हैं। इससे समस्या बढ़ सकती है। संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए एमएमडीपी किट और आवश्यक दवा भी दी जा रही है। इस किट में एक टब, मग, बाल्टी, तौलिया, साबुन, एंटी फंगल क्रीम आदि शामिल हैं। इस दौरान रोगियों सहित समुदाय को फाइलेरिया, मलेरिया आदि संचारी रोगों से बचाव के बारे में जागरूक किया गया।
डीएमओ ने बताया कि रोगी सहायता समूह (पीएसजी) के सदस्य समुदाय को फाइलेरिया के प्रति जागरूक कर रहे हैं। साथ ही उनके मिथक व भ्रांतियों को भी दूर कर रहे हैं। सभी को समझाया जा रहा है कि फाइलेरिया से बचने के लिए हर साल चलने वाले एमडीए राउंड के दौरान दवा का सेवन अवश्य करें। इस दवा का सेवन दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर बीमार को छोड़कर सभी को करना है। लगातार पांच वर्षों तक साल में एक बार दवा खा लेने से इस बीमारी के होने से रोकने या नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इसके अलावा अपने संक्रमित हिस्से में और आसपास सफाई जरूर रखें।
इस मौके पर लाभार्थी उर्मिला देवी (52) ने बताया कि डॉक्टर से हाथी पाँव के देखभाल के लिये सम्पूर्ण जानकारी मिली और साथ ही एमएमडीपी किट भी दी गई । बुद्धि यादव (58) ने बताया कि किट के जरिये हम अपने सूजे हुये पैरों की साफ-सफाई और देखभाल करते हैं साथ में दवा भी खा रहे हैं जिससे काफी आराम है। इस अवसर पर मलेरिया निरीक्षक सुनील कुमार मौर्या, पाथ के जिला समन्वयक अरुण कुमार मौजूद रहे।