40 रोगियों को प्रदान की गई एमएमडीपी किट

गाज़ीपुर | फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर जिले में हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं । इसी क्रम में बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेवतीपुर में फाइलेरिया (हाथी पांव) ग्रसित 40 मरीजों को रुग्णता प्रबंधन एवं दिव्यांगता रोकथाम (एमएमडीपी) किट और आवश्यक दवाएं मुहैया करायी गयीं । इसके साथ ही रोगियों को फाइलेरिया प्रभावित अंगों की समुचित साफ-सफाई के तरीके बताए गए ।इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ० अनिल कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) मनोज कुमार की देखरेख में फाइलेरिया रोगियों को एमएमडीपी किट प्रदान की गई और प्रशिक्षण दिया गया । चिकित्सकों ने बताया कि फाइलेरिया ग्रसित अंगों मुख्यतः पैर या फिर प्रभावित अंगों से पानी रिसता है । इस स्थिति में उनके प्रभावित अंगों की सफाई बेहद आवश्यक है । इसकी नियमित साफ-सफाई रखने से संक्रमण का डर नहीं रहता है और सूजन में भी कमी आती है । इसके प्रति लापरवाही बरतने से अंग खराब होने लगते हैं । इससे समस्या बढ़ सकती है । संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए एमएमडीपी किट और आवश्यक दवा भी दी जा रही है । इस किट में एक टब, मग, बाल्टी, तौलिया, साबुन, एंटी फंगल क्रीम आदि शामिल हैं। इस दौरान रोगियों सहित समुदाय को फाइलेरिया, मलेरिया आदि संचारी रोगों से बचाव के बारे में जागरूक किया गया ।डीएमओ ने बताया कि रोगी सहायता समूह (पीएसजी) के सदस्य समुदाय को फाइलेरिया के प्रति जागरूक कर रहे हैं। इसके साथ ही उनके मिथक व भ्रांतियों को भी दूर कर रहे हैं। सभी को समझाया जा रहा है कि फाइलेरिया से बचने के लिए हर साल चलने वाले एमडीए राउंड के दौरान दवा का सेवन अवश्य करें । इस दवा का सेवन दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर बीमार को छोड़कर सभी को करना है। इसके अलावा घर व आस पास साफ़-सफाई रखें ताकि मच्छर न पनपने पाएँ क्योंकि यह बीमारी के मच्छर के काटने से एक से दूसरे में फैलती है |इस अवसर पर बायोलॉजिस्ट एपी मौर्या, फाइलेरिया इंस्पेक्टर ऐश्वर्य गुप्ता, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक एमएन राय तथा बीसीपीएम सुनील मौजूद रहे।