ग़ाज़ीपुरधर्म

श्री चित्रगुप्त वंशीय सभा द्वारा 3 दिसंबर को मनाया जाएगा भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती

 

गाजीपुर। श्री चित्रगुप्त वंशीय सभा ददरी घाट गाजीपुर द्वारा  3 दिसंबर दिन मंगलवार को भारत के प्रथम राष्ट्रपति  डॉ. राजेंद्र प्रसाद  की 141 वीं जयंती समारोह पूर्वक मनाई जाएगी, इस अवसर पर कार्यक्रम स्थल श्री चित्रगुप्त मंदिर परिसर, ददरीघाट पर तैयारियां अपने अंतिम दौर में हैं, इस अवसर पर “भारतीय संविधान के निर्माण में डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद  की भूमिका” विषयक विचार गोष्ठी भी आयोजित की गई है, जिसकी तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए संस्था के सदस्यों एवं नगर के प्रबुद्ध जनों की एक आवश्यक बैठक आज रविवार को दिन में 1:00 बजे से श्री चित्रगुप्त मंदिर परिसर, ददरीघाट में संपन्न हुई। बैठक में अब तक की गई तैयारी की समीक्षा करते हए कार्यक्रम वाले दिन की प्रत्येक व्यवस्था के लिए अलग अलग कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई। बैठक के पश्चात संस्था के मंत्री श्री अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि यह कार्यक्रम शहर के विद्वत समाज का एक अनोखा एवं अद्भुत कार्यक्रम होगा, जिसमें समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख बुद्धिजीवियों का समागम होगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनपद के प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश माननीय शक्ति सिंह  होंगे, तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद की जिलाधिकारी  आर्यका अखौरी  करेंगी। तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य वक्ता पूर्व कुलपति रहे प्रोफेसर डॉक्टर हरकेश सिंह जी रहेंगे । इस कार्यक्रम में गोरखपुर के महापौर डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव  और स्नातक एमएलसी आशुतोष सिन्हा  भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। संस्था के मंत्री अजय श्रीवास्तव ने जनपद के सभी प्रबुद्ध जनों से दिनांक 3 दिसंबर को दिन इस कार्यक्रम में भाग लेने की अपील किया है। बैठक के बाद श्री चित्रगुप्त वंशीय सभा के सदस्यों ने राजेंद्र प्रसाद जी की प्रतिमा एवं स्थल की साफ सफाई भी की।
इस अवसर पर नीरज श्रीवास्तव ,प्रमोद अनंग, बृजेश श्रीवास्तव, अजय, आनंद ,डॉ निरंजन ,कौशल श्रीवास्तव,   डॉ रितु श्रीवास्तव ,संजय श्रीवास्तव, सुशील वर्मा, सत्येंद्र श्रीवास्तव, दिनेश्वर दयाल, सुनील दत्त ,विभोर ,टिल्लू ,कमलेश श्रीवास्तव ,अनिल श्रीवास्तव, अभिषेक श्रीवास्तव, संजीव श्रीवास्तव ,विपिन श्रीवास्तव, राकेश श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित रहे।