ग़ाज़ीपुरधर्म

शिव विवाह का वर्णन सुनकर भाव विभोर हुए भक्त

भांवरकोल (गाजीपुर) क्षेत्र जोगा मुसाहिब गांव जोगीर वीर बाबा मंदिर प्रांगण पर चल रही है संगीतमय श्री राम कथा तीसरे दिन कथा सुनाते कथावाचक पंडित प्रेम सागर जी महाराज अयोध्या वाले के सानिध्य में चल रही नौ दिवसीय संगीतमय श्री राम कथा में महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।‌ भक्तों को शिव पार्वती के विवाह की कथा का श्रवण कराते हुए कहा कि भगवान शिव की बारात जब हिमाचल पहुंची तो माता पार्वती के माता पिता बारात में सम्मिलित भूत, प्रेत औघड़ को देखकर चकित रह गए।कथा मर्मज्ञ ने बताया कि माता पार्वती के विवाह में उनकी तरफ से उच्च कुलों के राजा-महाराजा शामिल हुए, लेकिन शिव की ओर से कोई रिश्तेदार नहीं पहुंचा था, क्योंकि वे किसी भी परिवार से ताल्लुक नहीं रखते। श्री राम कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं के समक्ष भगवान शिव और पार्वती विवाह का रोचक प्रसंग का व्याख्यान करते हुए कथावाचक ने  कहा कि शिव दुनिया के सबसे तेजस्वी थे। वे पार्वती को अपने जीवन का हिस्सा बनाने वाले थे। भगवन शिव एवं पार्वती की शादी में सभी देवी देवता और असुर भी वहां पहुंचे। जानवर, कीड़े-मकोड़े और सारे जीव उनके विवाह में उपस्थित हुए। यहां तक कि भूत-पिशाच भी उनके विवाह में बाराती बन कर पहुंचे।भगवान शिव एवं पार्वती के विवाह की कथा सुन पण्डाल में उपस्थित महिला, पुरुष भक्त श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथा के दौरान बीच-बीच में मनोहर गीत प्रस्तुत किया । शिव एवं पार्वती के विवाह की प्रस्तुति से पण्डाल पूरी तरह से भक्ति में हो गया था श्री राम कथा के मुख्य यजमान रामलीला समिति अध्यक्ष श्री सत्यदेव मिश्रा जिला पंचायत प्रतिनिधि अनिल कुमार राय, रामबचन राय, प्रेम शंकर राय, कृपा शंकर राय, राजेश मिश्रा, रामबचन राय, रंगनाथ राय ,महेंद्र मिश्रा, शिव वचन मिश्रा गांव की महिलाएं, पुरुष आदि लोग मौजूद रहे