ग़ाज़ीपुरधर्म

माता-पिता और सतगुरु के आदेशों का पालन करना चाहिएः राजन जी महाराज

गाजीपुर । भगवान की कथा सभी प्रकार से मंगल करने के साथ ही मनुष्य के समस्त सात्विक कामनाओं की पूर्ति करने वाली कामधेनु के समान होती है उक्त विचार स्थानीय नगर के लंका मैदान में श्री सीताराम जनसेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में चल रहे नव दिवसीय श्रीराम कथा के दूसरे दिन व्यासपीठ से बोलते हुए श्री प्रेमभूषण जी महाराज की कृपा पात्र अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक श्री राजन जी महाराज ने कही आज हर हर महादेव के गगनभेदी उद्घोष के बीच आरंभ हुए कथा में शिव पार्वती विवाह प्रसंग पर बोलते हुए श्री राजन जी महाराज ने एक तरफ जहां शिव बारात का सजीव चित्रण करते हुए कथा पंडाल में उपस्थित श्रोताओं का मन मोह लिया वहीं दूसरी तरफ भगवान श्रीराम को एक दूसरे का अर्थ बताते हुए अपने मनमोहक भजनों की प्रस्तुति से सबको झूमने नाचने पर विवश कर दिया व्यासपीठ से कथा वाचन के दौरान अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री महाराज जी ने कहा कि यदि अपने जीवन में किसी को अपने श्रेष्ठ से कुछ पाने की अभिलाषा हो तो सर्वप्रथम उसे विनम्रता को अपना आभूषण बनाना होगा इसके साथ ही माता-पिता एवं सद्गुरु के महत्व पर चर्चा करते हुए महाराज जी ने कहा कि यदि माता-पिता और सतगुरु कोई आदेश दे तो उस पर कदापि पुनर्विचार नहीं करना चाहिए अपने आदेशों का पालन करना चाहिए | आज की कथा में श्री शिव पार्वती विवाह प्रसंग एवं श्री सीताराम जन्मोत्सव विषय पर बोलते हुए पूज्य श्री राजन जी महाराज कथा पंडाल में उपस्थित श्रद्धालु श्रोताओं के जीवन को कृतार्थ एवं धन्य करने का कार्य किया आज आयोजित कथा के दूसरे दिन शपथ मुख्य यजमान के रूप में स्थानीय नगर के आमघाट निवासी शिक्षक श्री संजीव त्रिपाठी एवं जनपद बलिया के चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े श्री प्यारे लाल वर्मा द्वारा व्यासपीठ के पूजन अर्चन आरती उपरांत आरंभ हुए कथा को आज के शपथ ली जजमान दवाई के स्थान भारतीय उपरांत विश्राम दिया गया श्री सीताराम जनसेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में चल रहे नौ दिवसीय श्री राम कथा में अपना योगदान दे रहे समिति के स्वयंसेवक जातियों में मुख्य रूप से अध्यक्ष शशीकांत वर्मा राघवेंद्र यादव आकाश विजय त्रिपाठी दुर्गेश श्रीवास्तव आकाश तिवारी कमलेश वर्मा अनिल वर्मा मधुसूदन प्रवीण आदि मौजूद रहे