ग़ाज़ीपुरधर्म

बसंत पंचमी के अवसर पर श्रद्धा भाव के साथ पूजी गईं ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती

 

गाजीपुर (भांवरकोल)।ग्रामीण क्षेत्रों में सोमवार को वसंत पंचमी की धूम रही। लोगों ने गंगा स्नान कर दान-पुण्य किया ।प्रत्येक स्नान धार्मिक दृष्टि से बहुत पवित्र होता है और बसंत पंचमी के दिन इसे बहुत ज्यादा पुण्यकारी माना जाता है। इस दिन का मुख्य आकर्षण यह है कि यह दिन ज्ञान, कला और संगीत की देवी मां सरस्वती के व्रत से जुड़ा हुआ है। इस दिन को लेकर मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दिन श्रद्धापूर्वक स्नान करता है, वह अपने जीवन में अपार सफलता और पुण्य प्राप्त करता है। वही दूसरी ओर बसन्त पंचमी पर्व पर विद्या की अधिष्ठात्री मां सरस्वती की क्षेत्र के विभिन्न गांवों में पंडालों में मां की प्रतिमा स्थापित होने से वातावरण भक्तिमय में हो गया। पूजा पंडालों में स्थापित मां सरस्वती की प्रतिमा का बैदिक मंत्रोचार के बीच पट खोला गया। इसके उपरांत पूजा अर्चन एवं मां के जयकारों बीच युवाओं एवं बच्चों ने पूरे भक्ति विभिन्न वाद्य यंत्रों पर जमकर थिरकते दिखे। जगह-जगह ध्वनि विस्तार के यंत्रों और डीजे पर भक्ति गीतों से पूरे क्षेत्र का माहौल देवी में हो गया। आज ही के दिन ग्रामीण क्षेत्रों में नेवान की परंपरा भी है।इस दिन किसान अपने कुल खानदान के साथ सामूहिक रूप से खेतों में जाकर मटर एवं जौ तथा आम की मंजरी की फसल अपने अपने घर लाकर उसे भून कर गुण एवं घी में मिलाकर धरती आकाश एवं मां अन्नपूर्णा कोअर्पित कर नया अन्न ग्रहण कर एक दूसरे के घर जाकर अपने बड़े – बुजुर्गों का आशीर्वाद लेते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में आज ही के दिन होली का ताल ठोकने की परम्परा है। आज ही के दिन ढोलक पर ताल ठोककर होली गीतों के गायन की शुरुआत करते हैं।