ग़ाज़ीपुरधर्म

पिछले 1300 वर्षों बाद सूर्य ग्रहण दो प्रमुख त्योहारों के बीच पड़ा है : पंडित ब्रह्मानंद पांडेय

 

भांवरकोल ( गाजीपुर )सोमवार को दिवाली और अगले दिन यानी 25 अक्तूबर मंगलवार को साल का आखिरी सूर्यग्रहण, फिर गोवर्धन पूजा है। क्षेत्र के कनुवान गांव निवासी ब्राह्मण समाज के महासचिव पंडित ब्रह्मानंद पांडेय ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष कार्तिक अमावस्या तिथि पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा करते हुए दिवाली का त्योहार मनाया जाता है और अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। लेकिन इस बार दिवाली के फौरन बाद ही आंशिक सूर्यग्रहण लगेगा। कई वर्षों बाद दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा न होकर एक दिन का अंतर है। दिवाली और गोवर्धन पूजा के बीच सूर्य ग्रहण का ऐसा संयोग कई वर्षो बाद पड़ रहा है। एक गणना के अनुसार पिछले 1300 वर्षों बाद सूर्य ग्रहण दो प्रमुख त्योहार के बीच पड़ने के साथ बुध, गुरु, शुक्र और शनि सभी अपनी-अपनी राशि में मौजूद रहेंगे। साल का यह आखिरी आंशिक सूर्यग्रहण भारत के कई हिस्सों में दिखाई देगा। भारत में सूर्यग्रहण दिखाई देने से 12 घंटा पहले इसका सूतक काल मान्य होगा। जिसके कारण ग्रहण से संबंधित धार्मिक मान्यताएं का पालन किया जाएगा। आइए जानते हैं 25 अक्तूबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण से संबंधित सभी जानकारियां और इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से भारत सूर्य ग्रहण की तिथि:25अक्टूवर सोमवार सूर्य ग्रहण का समय (भारतीय समयानुसार)4ः22से 5:42 तक सूर्य ग्रहण की समय अवधि:1घंटे19मिनट रहेगा ।