शराब और मांसाहार त्याग से ही समाज में आएगा बदलाव : संत पंकज जी महाराज

गाजीपुर। गाजीपुर में जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत पंकज जी महाराज ने प्राथमिक विद्यालय सकरा में सत्संग किया। उन्होंने अपने काफिले के पड़ाव के दौरान श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए शराब और मांसाहार त्यागने का संदेश दिया।अपने संबोधन में संत पंकज जी महाराज ने कहा कि भवसागर से पार होने की इच्छा रखने वालों को प्रभु की प्राप्ति कराने वाले संत सत्गुरु की खोज करनी चाहिए। उन्होंने सेवा, सत्संग और नाम की कमाई पर जोर दिया। महाराज ने बताया कि मानव जीवन चौरासी लाख योनियों से निकलने का एकमात्र अवसर है।उन्होंने ‘सुरत शब्द योग’ (नाम योग) साधना की विधि समझाई। उनके अनुसार, इस साधना से आत्मा शरीर से बाहर निकलकर आसमानों का सफर करती है, जिससे व्यक्ति त्रिकालदर्शी बन जाता है और जीवात्मा जन्म-मरण के बंधन से मुक्त हो जाती है।संत पंकज जी महाराज ने स्मरण कराया कि मनुष्य शाकाहारी प्राणी है, लेकिन अपनी बुद्धि और बल से जीवों की हिंसा करता है और उनके मांस का भक्षण करता है, साथ ही शराब का सेवन करता है। उन्होंने चेतावनी दी कि इसकी सख्त सजा मिलेगी। उन्होंने वर्तमान में बढ़ते हिंसा और अपराध के माहौल को मांसाहार व शराब पीने का परिणाम बताया।