नेक कार्य के लिए समाज को आगे आना चाहिए
गाजीपुर: सामूहिक विवाह समारोह से समाज को नई दिशा मिलती है और दहेज रहित शादी करने की प्रेरणा लोगों में जागृत होती है।अर्थ व संसाधन की बचत भी होती है।और वही दहेज प्रथा पर अंकुश भी लगता है।यह बात सद्भावना समावेशी सामूहिक विवाह समारोह के आयोजकों ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से जिला पंचायत सभागार में शुक्रवार को पत्रकार बंधुओं से कहीं और उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह का आयोजन सामर्थ्यवान लोगो करना चाहिए जिससे समाज में बढ़ रही भौतिकता व फिजूलखर्ची पर अंकुश लग सके।समाज में जागरुक लोगों को दहेज रहित व शादी विवाह में फिजूलखर्ची पर लोगों में जागरुक करना चाहिए।हर कार्य सरकार पर नहीं थोपना चाहिए।बल्कि ऐसे नेक कार्य के लिए समाज को आगे आना चाहिए।
कार्यक्रम के संयोजक रमेश यादव व रामाश्रय सिंह चौहान ने बताया कि सिद्धपीठ हथियाराम पीठ के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर भवानी नन्दन यति जी महाराज की प्रेरणा से यह आयोजन हुआ है। वह लगातार दहेज रहित शादी के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शादी या अन्य समारोह के नाम पर समाज में काफी दिखावा किया जा रहा है। ऐसे में मध्यम से गरीब वर्ग के लोगों को बेटियों की शादी में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।उन्होंने कहा कि दहेज रहित शादी होनी चाहिएं और बेटियों को घर और ससुराल में सम्मान मिलना चाहिए।
कार्यक्रम के प्रायोजक जंगीपुर विधायक डा वीरेंद्र यादव एवं डा.रमाशंकर राजभर ने बताया कि सद्भावना समावेशी सामूहिक विवाह कार्यक्रम महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर 18 फरवरी को सिद्धपीठ औढ़ारी मठ सिखड़ी में आयोजित होगा। सद्भावना समावेशी सामूहिक विवाह आयोजन समिति की ओर से यह पांचवां आयोजन है।इस अनोखे विवाह समारोह में 11 जोड़े शामिल होंगे। जिनमें हिंदू एवं मुसलमान समुदाय के लोग अपने अपने धर्म के अनुसार शादी की रश्मे निभाते है। इसके साथ ही दिव्यांग एवं जिन बेटियों के माता-पिता नहीं है, वैसे लोगों को विवाह बंधन में बंधने में प्राथमिकता दी जाती है एवं दहेज रहित शादी करने वाले जोड़े इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते है।हर बार की तरह इस बार भी सभी नवविवाहित जोड़ों को गृहस्थी शुरु करने की सामग्री उपहार स्वरुप दी जाएगी। यदि कोई ऐसा जोड़ा जो आर्थिक मजबूरी के कारण शादी नहीं कर पा रहे हो, तो समिति से संपर्क कर सकते हैं।इस अवसर पर सरदार दर्शन सिंह,दिनेश यादव, प्रधान रामाश्रय सिंह चौहान, विनोद यादव,अच्छे लाल कुशवाह, रमेश यादव प्रधान,अशोक चौहान,राजू यादव, सत्यप्रकाश आदि उपस्थित रहे